देसी sexy biwi की गरम कहानी, पढ़कर नशा छा जायेगा कि कैसे मौका मिलते ही उसने बुझाई अपनी प्यास…
प्रकाश सुबह दस बजे ड्यूटी के लिए निकलता तो देर शाम को ही घर लौटता इस बीच उसकी sexy biwi प्रभा घर पर अकेली रह जाती।
दोनों की हाल ही में शादी हुई थी। प्रभा बेइंतहा खूबसूरत, गोरी-चिट्टी तथा जवान थी।
प्रकाश जवान तो नहीं था, अलबत्ता गंभीर व शांत प्रवृत्ति का था।
वह प्रभा को जान से बढ़कर चाहता था, लेकिन प्रभा को प्रकाश बिल्कुल पसंद नहीं था।
इसका कारण था, प्रकाश की उम्र तथा उसका खोखला तन।
प्रभा एक बार भी प्रकाश से संतुष्ट नहीं हो सकी थी। शारीरिक संबंधों के दौरान प्रकाश जल्दी ही हाथ खड़े कर लेता था
और चुपचाप करवट दूसरी ओर करके सो जाता था।
प्रभा उसे बार-बार उत्तेजित करने की चेष्टा करती मगर प्रकाश पहले ‘पड़ाव’ में ही इस कदर थक जाता था कि वह घोड़े बेचकर सो जाता था
और sexy biwi प्रभा जल बिन मछली की भांति रात-रात भर तड़पती रहती थी
यह sexy biwi की देसी कहानी आप mastramkikahani.com पर पढ़ रहे हैं
उसे पति पर बहुत गुस्सा आता था।
एक ओर प्रभा, पति से नफरत करती थी, वहीं वह अपने पहले प्यार को दिल से लगाये बैठी थी।
जब उसकी शादी नहीं हुई थी, उसका चक्कर प्रेम से चल रहा था।
दोनों के शारीरिक रिश्ते बन गये थे। प्रेम न केवल बलिष्ठ युवक था
बल्कि उसमें स्त्राी sexy biwi को संतुष्ट करने की अपार ताकत थी जिसकी प्रभा कायल रह चुकी थी।
प्रेम, प्रभा को विभिन्न तरीकों से भोगता था, लेकिन जब से प्रकाश के साथ उसकी शादी हुई
प्रेम से उसकी मुलाकात नहीं हो सकी थी। प्रभा ने भरसक चेष्टा की, कि वह शादी से पहले की हर बातों को भुला बैठे
मगर अब उसका आत्म नियंत्रण कमजोर पड़ता जा रहा था। जब प्रभा से रहा नहीं गया
तो उसने प्रेम को फोन करके घर आने के लिये कहा।
यह sexy biwi की देसी कहानी आप mastramkikahani.com पर पढ़ रहे हैं
प्रेम मुद्दतों बाद प्रभा से मिलने आया तो उस समय sexy biwi प्रभा घर में अकेली थी।
उसका पति काम पर गया हुआ था।
प्रेम ने कमरे में आते ही प्रभा को बांहों मे भरकर उसे चूमना शुरू किया
तो उत्तेजित होकर प्रभा ने अपनी गोरी-कोमल बांहें उसके गले में डाल दीं तथा वह भी प्रेम को चूमने लगी।
परस्पर चुम्बन, आलिंगन के बाद प्रेम ने प्रभा को पूर्ण निर्वस्त्र कर दिया
व स्वयं भी उसी रूप में हो गया।
फिर उसने प्रभा के नाजुक अंगों व जांघों को मसलना शुरू किया तो sexy biwi प्रभा के अधरों से कामुक सिसकारियां फूट पड़ीं।
वह बेतहाशा प्रेम से लिपट गई...
”ओह प्रेम!“ प्रभा की आवाज में कामुकता का नशा था
”कहां थे तुम अब तक, मैं शादीशुदा होकर भी अपने आपको कुंवारी ही महसूस कर रही थी।
किसी भी सेक्स समस्या के लिये sexsamasya.com
तुम्हारे हाथों में तो जादू है, छूते ही पिघलने लगती हूं।
आज मुझे अपनी गर्मी की आंच में ऐसे पिघला दो कि
लंबे समय तक तुम्हारे प्यार की गर्म आंच मेरी देह को सुकून पहुंचाती रही।“
”मेरी जानेमन प्रभा।“ प्रेम भी प्रभा के सुर्ख लबों को चूमते हुए बोला, ”तुम भी कुछ कम नहीं हो।
तुम्हारा गदराया बदन देखकर मेरे दिल में भी एकाएक उत्तेजना का तूफान उमड़ने लगता है।“
वह प्रभा की कोमल निर्वस्त्रा पीठ को सहलाते हुए बोला
”तुम्हारे बदन में शादी के बाद भी गजब का कसाव है।
यह sexy biwi की देसी कहानी आप mastramkikahani.com पर पढ़ रहे हैं
आज भी तुम्हें भोग रहा हूं तो ऐसा लग रहा है
मानो किसी कुंवारी कोमल बाला को भोग कर अपनी प्यास शांत कर रहा हूं।“
”तो फिर करो न अपनी प्यास शांत।“ एकाएक प्रभा ने प्रेम को नीचे किया व स्वयं ऊपर आकर प्यार की कमान संभाल ली
”मगर मेरे राजा ध्यान रखना, कहीं ये प्यासी, बिस्तर पर प्यासी ही न रह जाये।
अपनी प्यास शांत करके मुझे अधूरा न छोड़ जाना।“
”चिंता क्यों करती हो मेरी रानी।“ प्रभा के गोरे मांसल कबूतरों को मसलते हुए बोला प्रेम ”बंदा अपनी रानी का पहले ख्याल रखेगा
जब तक उसकी रानी की ‘चाहत’ पूरी नहीं हो जाती, तब तक ये गुलाम अपनी ‘चाहत’ को साइड में ही रखेगा।
तुम्हें तुम्हारी मंजिल पर पहंुचा कर ही मैं खुद अपनी मंजिल पर बाद में पहुंचूगा।“
किसी भी सेक्स समस्या के लिये sexsamasya.com
”आओ राजा, फिर बजाओ न बाजा।“ प्रभा भी प्रेम के अधरों को चूमते हुए बोली
”खाली बातों से ही दिल बहलाओगे या फिर अपने हथियार से शिकार भी करोगे?“
”शिकार भी कर लेंगे जानेमन।“ गोपनीय भाषा में बोला प्रेम ”पहले जरा हथियार में प्यार की गोलियां तो अच्छे से लोड हो जाने दो।
फिर देखना उसके बाद ऐसी फायरिंग करूंगा, कि ‘शिकार’ की धज्जियां उड़ जायेंगी।“
”अरे तो फिर उड़ा दो न धज्जियां बेदर्दी।“ अब तो प्रभा भी अपना आपा खोने लगी।
वह बहुत ज्यादा उत्तेजित होकर बोली,
”अब तो अपनी फायरिंग तभी रोकना जबतक कि शिकार प्यार की खूनी चाश्नी में भीगकर तर न हो जाये।“
प्रेम समझ गया कि लोहा गर्म है और हथौड़े की चोट करने का समय आ गया है।
फिर क्या था, एकाएक प्रेम, प्रभा की प्रेमनगरी में प्रवेश कर गया…
”आह…प्रेम।“ प्यासी निगाहों से प्रेम की ओर देखकर बोली प्रभा
”जरा प्यार से फायरिंग करो न… तुम तो वाकई शिकार पर बड़ी बेदर्दी से झपट पडे़।“
”जान से कब से शिकार नहीं किया न मेरी जान इसीलिए तपाक से शिकार पर टूट पड़ा।“
फिर लगातार बिना रूके प्रेम अपने प्यार की फायरिंग से प्रभा के शिकार की धज्जियां उड़ाने लगा।
पहले तो प्रभा को थोड़ी तकलीफ तो हुई, मगर धीरे-धीरे उसे खुद ही शिकार होने में बड़ा मजा आने लगा।
यह sexy biwi की देसी कहानी आप mastramkikahani.com पर पढ़ रहे हैं
वह अपने ऊपर झुके शिकारी की निर्वस्त्रा पीठ पर अपने नाखून गढ़ाते हुए बोली, ”स…स हूम…ओह। आह…. उई…“ मादक सिसकियां लेते हुए बोली प्रभा, ”रूकना मत प्रेम… तुम्हें मेरी कसम…
शिकार जब तक पूरी से न कर लो, और शिकार भी जब तक प्यार भरा दम न तोड़ दे तुम रूकना नहीं।
करो न…और करो न शिकार।“
10-15 मिनट तक इसी प्रकार से दोनों एक-दूसरे में गुंथे रहे।
फिर एकाएक दोनों ही पूर्ण रूप से तृप्त हो गये।
दोनों ही पसीना-पसीना थे और एक-दूसरे से बेतहाशा लिपटे हुए थे।
प्रभा हांफती हुई बोली, ”मेरे प्रेम, तुम्हारा प्रेम देने का तरीका वाकई गजब का है।
तुम्हारा हथियार तो अब भी बड़ी जोशीली फायरिंग करता है। वाकई मजा ही आ गया आज।“
”तुम भी तो कम सुंदर और जोशीली नहीं हो।“
प्रभा के गोरे कोमल कबूतरों की चोंच को सहलाते हुए बोला प्रेम,
”ऐसी कसी हुई हो आज भी लगता है
किसी भी सेक्स समस्या के लिये sexsamasya.com
पहली बार अपनी प्रेम नगरी में किसी आशिक को आने की इजाजत दी है तुमने।“
”अच्छा जी।“ प्रभा, प्रेम के हथियार को स्पर्श करती हुई बोली
”बहुत शैतान हो तुम।“ और दोनों खिलखिला कर हंसने लगे।
फिर प्रेम ने दो बार में प्रभा की वासना की प्यास बुझायी तथा वहां से चला गया।
पति के जाने के बाद पराये मर्द से संबंध बनाने की आस-पड़ोस में चर्चा होने लगी।
जब इस बात की भनक प्रकाश को लगी,
तो उसने प्रभा को प्यार से समझाया, ”प्रेमा, शादी से पहले तुम क्या थी?
यह sexy biwi की देसी कहानी आप mastramkikahani.com पर पढ़ रहे हैं
मुझे इससे कोई मतलब नहीं है, लेकिन अब तुम मेरी ब्याहता हो।
तुम्हारे एक गलत कदम से इस घर की ही नहीं, तुम्हारे मां-बाप की भी इज्जत धूल में मिल जायेगी।“
”आपका वहम है, यह। मैंने ऐसा कोई गलत काम नहीं किया, जिससे आपको शर्मिन्दा होना पड़े।
आप मेरे पति हैं, परमेश्वर हैं। आपकी इज्जत मेरी इज्जत है।“ प्रभा ने त्रिया-चरित्र दिखाते हुए कहा।
”मैं जानता हूं कि शादी से पहले तुम्हारे प्रेम से शारीरिक संबंध थे।
बावजूद इसके मैंने इसे जवानी की भूल समझ कर तुमसे शादी की
क्योंकि मुझे उम्मीद थी कि मेरा प्यार व विश्वास पाकर तुम शादी के बाद सुधर जाओगी।
लेकिन तुमने मेरी शराफत का नाजायज़ फायदा उठाया।
मैं अच्छी तरह जानता हूं कि आज भी मेरी अनुपस्थिति में प्रेम यहां आता है।“
किसी भी सेक्स समस्या के लिये sexsamasya.com
प्रभा की नज़रें झुक गयीं। वह प्रकाश के पैरों में गिरकर माफी मांगते हुए बोली ”मैंने आपके साथ बहुत बड़ा धोखा किया है
मैं अपने किए पर बहुत शर्मिन्दा हूं।
मैं आपको यकीन दिलाती हूं कि भविष्य में कभी ऐसी हलील हरकत नहीं करूंगी।“
प्रकाश सीधे-सरल स्वभाव का था। उसने प्रभा को सुधरने का मौका देते हुए माफ कर दिया लेकिन यह उसकी भूल साबित हुई।
प्रकाश की सख्त हिदायत के बावजूद प्रभा चोरी-छिपे प्रेम को अपने घर बुलाती रही।
अलबत्ता वह पहले से अधिक सतर्क और सावधान हो गयी थी।
इसी कारण काफी दिनों तक प्रकाश इस बात से बेखबर रहा। लेकिन आखिर कब तक…?
पाप छुपा नहीं रह सका। एक रोज जब अचानक प्रकाश समय से पहले घर आया तो प्रभा को प्रेम के साथ रंग-रलियां मनाते देख लिया।
उस समय प्रभा, निर्वस्त्र होकर प्रेम की बांहों में मचल रही थी। प्रेम, प्रभा को चूम-सहला रहा था।
यह sexy biwi की देसी कहानी आप mastramkikahani.com पर पढ़ रहे हैं
बेशर्मी का यह नंगा नाच देखकर प्रकाश की आंखों में खून उतर गया।
प्रेम तो किसी तरह जान बचा कर भाग खड़ा हुआ
लेकिन प्रभा अपने कपड़े पहन कर सिर झुका कर एक कोने में खड़ी हो गयी।
”भूल कर बैठा तुझे समझने में मैं…।“
गुस्से में उबलते हुए प्रकाश ने एक करारा तमाचा प्रभा के गाल पर जड़ते हुए कहा
”तुम जैसी औरत किसी के घर की लक्ष्मी नहीं, कोठे की रौनक बनने लायक है।
किसी भी सेक्स समस्या के लिये sexsamasya.com
आज से तू मेरे लिए मर चुकी। इस घर के दरवाजे हमेशा के लिए तेरे लिए बंद हो चुके हैं।
जा….दफा.. हो जा यहां से….।“
कहकर प्रकाश ने एक जोरदार ठोकर मारी और प्रभा को घर से निकाल दिया।
पति द्वारा अपमानित व दुत्कारी गई प्रभा अपना-सा मुंह लेकर चुपचाप प्रेम के पास लौट गयी।
उसे विश्वास था कि उसने अपने प्रेमी, प्रेम की खातिर शादी जैसे सामाजिक और पवित्र बंधन की परवाह नहीं की थी
वह पति द्वारा छोड़ दिए जाने पर अवश्य उससे शादी कर लेगा, लेकिन यह प्रभा की भूल थी…
प्रेम तो केवल उसके शरीर से प्यार करता था। प्रभा के शरीर से उसका मन अब भर चुका था।
प्रेम भी एक आम इंसान था। वह ऐसी औरत से शादी नहीं करना चाहता था, जिसने अपने पति से धोखा किया हो।
क्या पता कल को यह औरत उसे छोड़कर किसी और के पास चली जाये।
यह sexy biwi की देसी कहानी आप mastramkikahani.com पर पढ़ रहे हैं
अतः उसने सोच-विचार कर प्रभा से शादी करने से इंकार कर दिया।
प्रभा को लगा जैसे उसके दिल पर किसी ने जोर का घूंसा मार दिया हो।
उसकी आंखों में दर्द के आसूं छलक आये। मगर अब हो भी क्या सकता था।
उसके पास अब जो रह गये थे, वो थे उसके आंसू और पछतावा।
कहानी लेखक की कल्पना मात्र पर आधारित है व इस कहानी का किसी भी मृत या जीवित व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है
अगर ऐसा होता है तो यह केवल संयोग मात्र होगा।